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शनिवार, 26 नवंबर 2011

लाल किताब के उपाय कैसे करे .. कौशल पाण्डेय 09968550003

हम सभी जानते है की कुंडली कुल बारह भाव होते है सभी भावे के अलग-अलग स्वामी होते है … 
आप अपनी कुंडली में खुद ही देर्ख सकते है की किस भाव में कौन सा गृह ख़राब है , और उसका उपाय कैसे करें. जहाँतक हो सके उपाय किसी विद्वान पंडित से ही कुंडली दिखाकर कराएँ अन्यथा लाभ के बजे हनी भी हो सकती है .-- 

 लाल किताब के अनुसार जिस ग्रह से संबंधित वस्‍तुओं को 
- प्रथम भाव में पहुंचाना हो उसे गले में पहनिए 
- दूसरे भाव में पहुंचाने के लिए मंदिर में रखिए 
- तीसरे भाव में पहुंचाने के लिए संबंधित वस्‍तु को हाथ में धारण करें 
- चौथे भाव में पहुंचाने के लिए पानी में बहाएं 
- पांचवे भाव के लिए स्‍कूल में पहुंचाएं,
 - छठे भाव में पहुंचाने के लिए कुएं में डालें 
- सातवें भाव के लिए धरती में दबाएं 
- आठवें भाव के लिए श्‍मशान में दबाएं 
- नौंवे भाव के लिए मंदिर में दें 
- दसवें भाव के लिए पिता या सरकारी भवन को दें 
- ग्‍यारहवें भाव का उपाय नहीं और बारहवें भाव के लिए ग्रह से संबंधित चीजें छत पर रखें। 

प्रत्येक जातक की कुंडली में अशुभ ग्रहों की स्थिति अलग-अलग रहती है, परंतु कुछ कर्मों के आधार पर भी ग्रह आपको अशुभ फल देते हैं। प्रत्येक जातक की कुंडली में अशुभ ग्रहों की स्थिति अलग-अलग रहती है, परंतु कुछ कर्मों के आधार पर भी ग्रह आपको अशुभ फल देते हैं। 

कृपया कुंडली में ग्रहों की स्थिति देखकर ही उपाय करे , १ समय में १ ही उपाय करे और कम से कम ४३ दिन तक उपाय करने चाहिए 
 1. सूर्य : बहते पानी में गुड़ बहाएँ। सूर्य को जल दे, पिता की सेवा करे या गेहूँ और तांबे का बर्तन दान करें., 
2. चंद्र : किसी मंदिर में कुछ दिन कच्चा दूध और चावल रखें या खीर-बर्फी का दान करें, या माता की सेवा करे, या दूध या पानी से भरा बर्तन रात को सिरहाने रखें. सुबह उस दुध या पानी से किसी कांटेदार पेड़ की जड़ में डाले या चन्द्र के लिए चावल, दुध एवं चान्दी के वस्तुएं दान करें. 

3. मंगल : बहते पानी में तिल और गुड़ से बनी रेवाडि़यां प्रवाहित करे.या बरगद के वृक्ष की जड़ में मीठा कच्चा दूध 43 दिन लगातार डालें। उस दूध से भिगी मिट्टी का तिलक लगाएँ। या ८ मंगलवार को बंदरो को भुना हुआ गुड और चने खिलाये , या बड़े भाई बहन के सेवा करे, मंगल के लिए साबुत, मसूर की दाल दान करें 

4. बुध : ताँबे के पैसे में सूराख करके बहते पानी में बहाएँ। फिटकरी से दन्त साफ करे, अपना आचरण ठीक रखे ,बुध के लिए साबुत मूंग का दान करें., माँ दुर्गा की आराधना करें .

 5. बृहस्पति : केसर का तिलक रोजाना लगाएँ या कुछ मात्रा में केसर खाएँ और नाभि या जीभ पर लगाएं या बृ्हस्पति के लिए चने की दाल या पिली वस्तु दान करें. 

6. शुक्र : गाय की सेवा करें और घर तथा शरीर को साफ-सुथरा रखें, या काली गाय को हरा चारा डाले .शुक्र के लिए दही, घी, कपूर आदि का दान करें. 

7. शनि : बहते पानी में रोजाना नारियल बहाएँ। शनि के दिन पीपल पर तेल का दिया जलाये ,या किसी बर्तन में तेल लेकर उसमे अपना क्षाया देखें और बर्तन तेल के साथ दान करे. क्योंकि शनि देव तेल के दान से अधिक प्रसन्ना होते है, या हनुमान जी की पूजा करे और बजरंग बाण का पथ करे, शनि के लिए काले साबुत उड़द एवं लोहे की वस्तु का दान करें. 

8. राहु : जौ या मूली या काली सरसों का दान करें या अपने सिरहाने रख कर अगले दिन बहते हुए पानी में बहाए , 

9. केतु : मिट्टी के बने तंदूर में मीठी रोटी बनाकर 43 दिन कुत्तों को खिलाएँ या सवा किलो आटे को भुनकर उसमे गुड का चुरा मिला दे और ४३ दिन तक लगातार चींटियों को डाले, या कला सफ़ेद कम्बल कोढियों को दान करें या आर्थिक नुकासन से बचने के लिए रोज कौओं को रोटी खिलाएं. या काला तिल दान करे, लती है.... 

कर्मो के अनुसार अच्छे - बुरे फल मिलते है इन उपायों को करने से जीवन में खुशहाली आती है .. कौन नहीं चाहता की उसके जीवन में खुशहाली रहे और सुख-शांति बनी रहे पर हर व्यक्ति के साथ ऐसा नहीं होता। 

जीवन में सुख और शांति का बना रहना काफी मुश्किल होता है। जीवन में अगर सुख है तो दुःख भी जरुर आएगा फिर भी उपरोक्त उपाय करने से आप जीवन को खुशहाल बना सकते हैं। 
१-सुबह घर से खाना खाने से पहले नियमित रूप से गाय की रोटी निकले । 
2- एक स्टील के पात्र में गंगा जल लेकर उसमें कुंकुम डालकर सूर्य भगवन को जल दे । 
३- एक स्टील के पात्र में गंगा जल और काला तिल मिलाकर पीपल के जड़ में पर नियमित रूप से चढ़ाएं।
4- सुबह घर से निकलने से पहले घर के सभी सदस्य अपने माथे पर चन्दन तिलक लगाएं। 
५- मछलियों की आटे की गोली बनाकर खिलाएं। 
6- पार्क में या किसी पेड़ की निचे चींटियों को भुना हुआ आटा शकर का बूरा मिलाकर खिलाएं। 
7- रोज अपने माथे पर तिलक लगाये (गंगा जल, रोली ,केशर ,हल्दी को मिलाकर तिलक बनाये )
८- घर में तुलसी के पौधे को प्रतिदिन जल चढ़ाएं तथा घी का दीपक जलाये । 
९- घर में शमी का वृक्ष लगाने से शुख शांति मिलती है । इन उपायों को पूर्ण श्रद्धा के साथ लगातार करने से जीवन में खुशहाली आने लगती है। 

अधिक जानकारी के लिए मिले अथवा संपर्क करे :- 

( ज्योतिष – वास्तु -राशिरत्न  )

संपर्क करे … पंडित कौशल पाण्डेय 

शिव शक्ति मंदिर, ब्लाक – सी- 8,

यमुना विहार, दिल्ली -110053

फ़ोन  +91-9968550003

https://www.astrokaushal.co.in

2 टिप्‍पणियां:

Musafir hu Yaaro ने कहा…

Kaushal ji... Aap apna hi nuksaan kar rahe hai.. itni details batakar.... koi aapse consultation lega iske baad ?

Pandit Kaushal Pandey ने कहा…

Manav Samaj ke liye jaruri hai ye upay sabhi sukhi rahe yahi apna prayas hai